Tuesday, February 2, 2010


कोई दीवाना कहता है,

कोई पागल समझता है,

मगर धरती की बेचनीको बस बादल समझता है.

मै तुझसे दूर कैसा हूँ, तू मुझसे दूर कैसी है,

यह तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है.

मोहब्बत एक एहसासों की पावन सी कहानी है,

कभी कबीरा देवाना था, कभी मीरा देवानी थी.

यहाँ सब लोग कहते है की मेरी आँखों में आंसू हैं,

जो तू समझे तो मोती हैं, न समझे तो पानी है.

समंदर पीर का अंदर है पर रो नहीं सकता,

ये आंसू प्यार का मोती है, इसको खो नहीं सकता.

मेरी चाहत को अपना तू बना लेना,

मगर सुन ले, जो मेरा हो नहीं पाया वोह तेरा हो नहीं सकता.


Kabhi subah ko yad aate ho

Kabhi shaam ko yaad aate ho

Kabhi kabhi itne yad aate ho

Ki aaina hum dekhte hai, nazar aap aate ho ................................


प्यार वो हसीन ज़ज़्बा है जो ज़िन्दगी को ख़ूबसूरत बनाता है।

निगाहों से उतरके जब कोई चेहरा दिल में समा जाता है,

तो सच मानिए प्यार हो जाता है।

जब प्यार हो जाए किसी से तो दिल की धड़कनों को जीने का सबब मिल जाता है ....

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