Monday, December 27, 2010


निजी शैक्षनिक संस्थाओं की गिरफ्त में पुस्तक मेला

पटना: 19 अगस्त,2010
आह मुझे बचाओ-आह मुझे बचाओ!!
ये दर्द किसी लाचार या विवश व्यक्ति की नहीं बल्कि अक्षरों का संग्रह कही जाने वाली पुस्तकों की है. हम बात कर रहे है पटना के ऐतिहासिक गाँधी मैदान की जो इस समय दुल्हन की तरह सज कर तैयार है, मौका है पुस्तक मेले का.
वैसे ये बड़े गौरव की बात है की इस वर्ष हम कुछ कवियों की जन्म शताब्दी मना रहे है. इन कवियों में बहुप्रसिद्ध जनकवि नागार्जुन, अब्दुल फैज और अग्य का नाम सबसे ऊपर आता है. कहने को फैज के नाम से प्रवेश द्वार है, अग्य का नाम प्रसाशनिक भवन पर अंकित है और नागार्जुन का नाम भी मुक्ता आकाश मंच पर है. पर सच माने तो होर्डिंग्स, फ्लैक्स और विभिन्न संस्थाओं की बैनर की भीड़ में इनके नाम पर नजर जाती ही नहीं. आजकल के युवा तो इन कवियों का नाम तक नहीं जानते. ऐसे में इनकी जन्म शताब्दी वर्ष मानाने का ये तरीका महत्वहीन साबित होता है.
कहने को तो ये पुस्तक मेला है पर ये पूरी तरह से निजी शैक्षनिक संस्थाओं की गिरफ्त में है. पुरे पुस्तक मेले में जहाँ भी जाये किसी न किसी शैक्षनिक संस्थाओं की बैनर दिख ही जाती है. इतना ही नहीं पुस्तक मेले के प्रवेश टिकट पर भी ऐसे ही शैक्षनिक संस्था का मुहर है. ऐसे में किताबों की नगरी बाज़ार की तरह प्रतिक होती है.
इस से अलग इस पुस्तक मेले में अनेकों खामियां है जो इसके प्रसाशनिक विभाग पर सवालिया निशान खड़ा करती है. पुस्तक मेला पूरी तरह धुल से सना हुआ है, और ध्वनि प्रदुषण भी चरम पर है. शैक्षनिक संस्थाओं के प्रचार की गूंज में महत्वपूर्ण जानकारियां हमारे कानों तक पहुचती ही नहीं. और किसी भी छोटी-बड़ी घटनाओं के लिए अन्दर कोई प्राथमिक उपचार की व्यवस्था नहीं है.
मेले में बिहारशरीफ से आये एक पुस्तक प्रेमी विकाश दुबे जो पेशे से किसान है का कहना है की ये पुस्तक मेला नहीं बल्कि लूट मेला है. यहाँ सभी किताबों का दाम काफी ज्यादा है जो बाहर कम मूल्यों में उपलब्ध है. एक अन्य पुस्तक प्रेमी पटना के नवीन की माने तो यहाँ विभिन्न सुविधाओं की कमी है और यहाँ नामचीन पुस्तक प्रकाशक नहीं है.
उदघाटन समारोह में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अंतराष्ट्रिय प्रकाशनों को बुलवाने की बात कह रहे थे जिस से इस पुस्तक मेले की गरिमा और बढे. पर मेले की ऐसी स्थिति में "पयोनीर" और अन्य नामचीन प्रकाशनों को यहाँ बुलवाना मुस्किल लग रहा है. अगर हमें पटना पुस्तक मेले को अंतराष्ट्रिय पहचान दिलानी है तो इन सभी कमियों को दूर करना होगा और मेले पर हावी होता बाजारवाद को रोकना होगा.
नीतीश कुमार
इन्द्रपुरी,पटना
Mob.- 9534711912, 9263633170

जिंदगी से होकर मजबूर , समाज मे बढ़ रहे बाल मजदूर

बच्चे परिवार, राज्य और देश के भविष्य होते हैं. लेकिन तब जब परिवार, राज्य और देश उन्हें खुशहाल जीवन जीने की सारी सुभिधाएँ उपलब्ध कराए. किंतु जब यही बच्चे महज खेलने और पढ़ने की उम्र मे अपने कंधे पर परिवार के भरण-पोषण के लिए हड़तोड़ मेहनत करने को मजबूर हो जाये तो उन्हें परिवार, राज्य और देश का भविष्य कैसे कहा जा सकता है?
हम बात कर रहे है देश मे ऐसे लाखों बाल मजदूरों की. यह बड़े दुर्भाग्य की बात है की हमारा देश वैसे देशों की श्रेणी में गिना जाता है जहाँ बाल मजदूरी चरम पर है. इतना ही नहीं इन बाल मजदूरों से बेहद अधिक काम लिया जाता है और बदले में इन्हें काफी कम मेहनताना दिया जाता हैं. ठिठुरते ठण्ड और झुलसते गर्मी में हाड़तोड़ मेहनत करने के बावजूद बाल श्रमिकों को मजदूरी के नाम पर नाममात्र रूपये का भुगतान किया जाता है. इन सब के बावजूद हर छोटी-छोटी बातों पर इन्हें मालिकों की दुत्कार सुननी पड़ती है. कचरा, पलास्टिक, पेपर चुनने वाले, स्टेशनों पर अखबार या खाने – पीने की सामग्री बेचने वाले या जूते पॉलिस कर अपना पेट पालने वाले ये मजदूर प्रत्यक्ष रूप से किसी के अधीन तो काम नहीं करते पर समाज में इनका शोषण किया जाता है. समाज के भेडियें और दरिन्दे इन बाल मजदूरों का यौन शोषण करने में भी पीछे नहीं रहते.
बेहद कम उम्र में मेहनत मजदूरी और मानसिक तनाव के कारण ऐसे बच्चों की मानसिक विकाश भी रुक जाती है. गलत संगती में पड़ कर ऐसे बच्चे तम्बाकू, शराब और अन्य नशीली पदार्थों का सेवन भी करने लगते है.
ऐसा नहीं की सरकार की नजर इन पर नहीं पड़ती. सरकार ने ऐसे अनेकों कानून बनाये है जिस से बाल मजदूरी को रोका जा सके. कितने ऐसे एनजीओ भी बाल मजदूरी रोकने के लिए कार्य कर रही है फिर भी इस अभिशाप से छुटकारा पाना मुश्किल साबित हो रहा है.
हाल ही में खबर मिली की बिहार के बेगूसराय जिले में बरौनी रेलवे जंक्शन से रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने पश्चिम बंगाल के 12 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है और इस मामले में लिप्त दो ठेकेदारों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों की मानें तो सभी बाल श्रमिकों ने किशनगंज से महानंदा एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ी थी और वे पंजाब के लुधियाना में आलू के खेतों में काम करने जा रहे थे. गिरफ्तार किये गये दोनों ठेकेदारों ने दावा किया की बाल श्रमिकों के अभिभावकों को इसकी जानकारी दी गयी थी और इसके बदले उन्हें एक से दो हज़ार दिए गये थे.
एक अन्य जानकारी के मुताबिक ऐसी ही घटना देश की राजधानी से मिली. बाल मजदूर के रूप में दिल्ली ले जाए गए झारखंड के तीन लड़के एवं एक लड़की को वापस लाने में स्वयंसेवी संगठनों ने सफलता हासिल की. इन बच्चों को नजदीकी रिश्तेदारों ने ही काम दिलाने के बहाने एक घर में छोड़ दिया था.
ऐसी घटनाओं पर गौर करें तो ये बात सामने आती है की बाल मजदूरी के लिए सरकारी साहूकारों से ज्यादा हम सभी जिम्मेदार है. आखिर इसे अपने घर समाज से मिटाने के लिए पहल तो हमें ही करना पड़ेगा. तो इस नन्हे मासूम की सार्थक और उज्जवल भविष्य के लिए इनके हाथों में मज़बूरी की जंजीरों से बांधने के बजाय हमें इन्हें अक्षरों की दुनिया में खेलने के लिए भेजना चाहिए.
तभी देश के भविष्य कहलाने वाले ये बच्चे अपना हुनर निखार सकेंगे और देश के विकाश में मजबूत नीव खड़ा करेंगे.

नीतीश कुमार
इन्द्रपुरी,पटना
Mob.- 9534711912, 9263842363

Wednesday, November 24, 2010

नीतीश की आंधी में राजद, कांग्रेस उड़े
पटना: बिहार की जनता ने नीतीश कुमार के सुशासन पर दोबारा अपनी मुहर लगा दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज राजभवन गए और राज्यपाल देवानंद कुंवर को अपना इस्तीफा सौंपा. नीतीश कुमार 26 नवम्बर को दुबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
इधर चुनाव परिणाम के रूझान आते ही जदयू व भाजपा कार्यालय में जश्न का माहौल कायम हो गया. नेता व कार्यकर्ता एक दूसरे को मिठाइयां बांटी व पटाखे छोडे. लालू और पासवान की पार्टियों की करारी हार हुई. राजद व लोजपा कार्यालय का माहौल बिलकुल सुनशान सा रहा. जबकि सबसे ज्यादा झटका कांग्रेस को लगा जो दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुची.
उधर नीतीश कुमार व भाजपा के सरकार को बधाई देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने कहा की बिहार से हमें ज्‍यादा उम्‍मीद नहीं थी.यही वजह रही कि कांग्रेस ने किसी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया. वही राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद ने इस चुनावी नतीजे को रहस्यमय बताया. उन्हीने कहा की यह परिणाम जादुई है.हम पता करेंगे की ये जादू कैसे हुआ.हम हार-जीत की समीक्षा करेंगे.
वैसे किसी भी गठबंधन को सरकार बनाने के लिए 122 सीटों के जादुई आकडे की जरुरत थी.

अगर चुनावी नतीजे को गौर से देखे और पिछले चुनाव से तुलना करे तो आकड़ा वाकई जादुई रहा.

बिहार विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे

पार्टी
243 सीटें आगे/ जीते
एनडीए (बीजेपी +जेडीयू)
202
आरजेडी + एलजेपी
25
कांग्रेस
7
निर्दलीय और अन्य
9


बिहार विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे

पार्टी
आगे /जीते
एनडीए (बीजेपी +जेडीयू)
14 3
आरजेडी +
6 4
अन्य
32

Sunday, November 21, 2010


स्कूल में छात्र की मौत
पटना:गाँधी मैदान स्थित क्राइस्ट चर्च स्कूल में शुक्रवार की सुबह 10 वीं कक्षा के छात्र मोहित(16) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई मोहित की मौत की खबर जब उसकी माँ संध्या को मिली तो वह मूर्छित हो गई संध्या का कहना था कि सुबह 8 बजे हीं उन्होने अपने बेटे को हसते हुए घर से विदा किया था
मोहित के दोस्तों ने बताया कि सुबह प्रार्थना सभा में भाग लेने के बाद मोहित बाथरूम गया था, वहाँ से क्लास जाते वक़्त वह मूर्छित होकर गिर गया जबकि एक अन्य छात्र राहुल राज व छात्रा मेघा सुल्तानिया भी बीमार पड़ गये जब जानकारी स्कूल के प्राचार्य को मिली तो उन्होने तुरंत तारा हॉस्पिटल भेजा जहा बाद मे मोहित कि मौत हो गई
मोहित की मौत के लिए उनके पिता मदन मोहन गुप्ता ने स्कूल प्रसाशन और अस्पताल पर लापरवाही बरतने व मामले को छिपाने का आरोप लगाया है उनका कहना था कि स्कूल के पानी मे कोई ज़हरीला पदार्थ मिला होगा जिसके पीने से उनके बेटे की मौत गई
उनका बड़ा बेटा निखिल संत जेवियर स्कूल मे 12 वीं कक्षा मे पढ़ता है.
अगर ऐसे मामलों पर गौर करे तो ये कोई पहली घटना नही है जब किसी स्कूल प्रसाशन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगा है इस से पहले भी पिछले साल क्राइस्ट चर्च स्कूल के ही एक छात्र श्रेय संजय का गाँधी मैदान के निकट से अपहरण हो गया था और एक घटना करीब डेढ साल पहले डीएवी, बीएस्‌इबी कॉलोनी के छात्र के साथ भी हुई थी जब सातवीं कक्षा का छात्र आयुष की संदिग्ध परिस्थितियों मे मौत हो ग्यी थी तब स्कूल पर छात्र को बेहरमी से पिटाई करने का आरोप लगा था
अब ज़रूरत है की स्कूल ऐसी मामलों पर सजग और सहज रुख़ अपनाए और ऐसी घटनाओं पर कोई लापरवाही ना बरते क्योकि स्कूल मे छात्रों के भविष्य का निर्माण होता है भविष्य का विनाश नही.

Monday, October 11, 2010


" भिक्षुक "


वह आता--दो टूक कलेजे के करता पछताता पथ पर आता।

पेट पीठ दोनों मिलकर हैं एक, चल रहा लकुटिया टेक,

मुट्ठी भर दाने को-- भूख मिटाने को

मुँह फटी पुरानी झोली का फैलाता--दो टूक कलेजे के करता पछताता पथ पर आता।


साथ दो बच्चे भी हैं सदा हाथ फैलाये,

बायें से वे मलते हुए पेट को चलते,

और दाहिना दया दृष्टि-पाने की ओर बढ़ाये।

भूख से सूख ओठ जब जाते दाता-भाग्य विधाता से क्या पाते?--

घूँट आँसुओं के पीकर रह जाते।

चाट रहे जूठी पत्तल वे सभी सड़क पर खड़े हुए,

और झपट लेने को उनसे कुत्ते भी हैं अड़े हुए!

Sunday, October 3, 2010


" यार चाहिए, मेरा प्यार चाहिए "


ना ज़मीन, ना सितारे, ना चाँद, ना रात चाहिए,

दिल मे मेरे, बसने वाला

किसी दोस्त का प्यार चाहिए,


ना दुआ, ना खुदा, ना हाथों मे कोई तलवारचाहिए,

मुसीबत मे किसी एक प्यारे साथी का हाथों मे हाथ चाहिए,


कहूँना मै कुछ, समझ जाए वो सब कुछ,

दिल मे उस के, अपने लिए ऐसे जज़्बात चाहिए,


उस दोस्त के चोट लगने पर हम भी दो आँसू बहाने का हक़ रखें,

औरहमारे उन आँसुओं को पोंछने वाला उसी का रूमाल चाहिए,


मैं तो तैयार

हूँ हर तूफान को तैर कर पार करने के लिए,

बस साहिल पर इन्तज़ार करता हुआ एक सच्चा दिलदार चाहिए,


उलझ सी जाती है ज़िन्दगी की किश्ती दुनिया कीबीच मँझदार मे,

इस भँवर से पार उतारने के लिए किसी के नाम की पतवार चाहिए,


अकेले कोई भी सफर काटना मुश्किल हो जाता है,

मुझे भी इस लम्बे रास्ते पर एक अदद हमसफर चाहिए,


यूँ तो 'मित्र' का तमग़ा अपने नाम के साथ लगा कर घूमता हूँ,

पर कोई, जो कहे सच्चे मन से अपना दोस्त, ऐसा एक दोस्त चाहिए !!

इंसान की बेरुखी से संकट में हैं गजराज


वर्षों पहले हाथी मेरे साथी नामक एक फिल्म काफी पॉपुलर हुई थी। इसमें आदमी और हाथी की दोस्ती की कहानी कही गई थी। लेकिन

लगता है इंसान ने अपने इस दोस्त से मुंह फेर लिया है। हाथी भी अन्य कई जानवरों की तरह विलुप्त होने के कगार पर पहुंच चुके हैं। भारत की सांस्कृतिक विरासत के एक प्रतीक हाथियों की संख्या देश में महज 26 हजार ही रह गई है। जानवरों में सबसे ज्यादा दिमाग वाले इस विशालकाय पशु के लिए ट्रेनें काल बनी हुई हैं। पिछले हफ्ते पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक ट्रेन की टक्कर से 7 हाथियों की मौत हो गई थी। पिछले 5 सालों में ट्रेन हादसों में हम 60 हाथियों को खो चुके हैं। असम, पश्चिम बंगाल और उत्तराखंड में ऐसे हादसे ज्यादा हुए हैं।


पर्यावरण मंत्रालय द्वारा गठित ऐलिफैंट टास्क फोर्स ने हाथियों को बचाने के लिए हाथी बहुल इलाकों में ट्रेन स्पीड कम करने, पानी के स्त्रोतों को बढ़ाने जैसे महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं. इतना ही नहीं- ट्रेन की स्पीड 40 की. मी./घंटा रखे, इस पर भी बहुतेड़ों बार हिदायत दिए गये है. , पर रिजल्ट फिर भी दुखद मिलता है. मै पूछता हूँ की कोई ठोस करवाई या फिर इसके खिलाफ कदम क्यों नहीं उठाये जाते. ट्रेन की स्पीड कम क्यों नहीं होती. रेलवे के लिए ये नियम हो या सुझाव पर इनकी स्पीड कम क्यों नहीं होती. क्या ये पर्यावरण के अंग नहीं है? इतना ही नहीं औधोगीकरण के नाम पर बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई हो रही है. इस से तो जानवरों का जीना भी मुहाल हो गया है. पर ये सुझाव अमल कैसे हो ? इस पर सोचने का वक़्त आ गया है. सिर्फ नियम बनाने से इन की रक्षा नहीं हो सकती ! हम इंसान को जानवरों के प्रति अपना नजरिया अपने परिवार के सदस्य की तरह रखना होगा. क्योकि ये जानवर भी तो इस प्रकृति के प्रमुख अंग है.


मानव जनसंख्या के बढ़ते दबाव ने हाथियों का संकट बढ़ाया है। जंगल कट रहे हैं और हाथियों के प्राकृतिक आवास कम हो रहे हैं। बेशकीमती दांत के चक्कर में भी ये मारे जा रहे हैं। अगर ऐसे ही हालात रहे तो सेव टाइगर मुहिम की तरह हाथियों को बचाने के लिए सेव ऐलिफेंट अभियान चलाए जाने की जरूरत पड़ेगी। हाथी के बगैर भारतीय जनजीवन अधूरा लगेगा। कितने ही त्योहार फीके पड़ जाएंगे। अगर हाथी इसी तरह विलुप्त होते रहे तो आने वाली पीढ़ियों को 'हाथी के दांत दिखाने के और, खाने के और', 'हाथी के पांव में सबका पांव' और 'हाथी पालना' जैसी कहावतों का अर्थ ही नहीं समझ में आएगा। क्या हम अपने इस साथी को भुला देंगे? ?


नीतीश कुमार

इन्द्रपुरी, पटना

Mob.- 9534711912, 9308278467

Saturday, October 2, 2010


बच्ची से रेप का आरोपी गिरफ्तार


जिस देश में नाबालिक लड़कियों को देवी का स्वरुप मानकर पूजा जाता है. वही एक हैवान ने अपनी जिस्म की आग बुझाने के लिए 6 वर्ष की लड़की के साथ दुष्कर्म किया.

यह वारदात सोमवार दोपहर को वेस्ट दिल्ली के ख्याला इलाके में हुई थी। बिहार के जहानाबाद से यहां शंकर (19) नामक युवक करीब एक महीना पहले रहने आया था। यहां उसके पिता, भाई और एक अन्य व्यक्ति किराए के मकान में रहते हैं। ये लोग किसी फैक्ट्री में नौकरी करते हैं। सोमवार को ये तीनों लोग नौकरी पर गए हुए थे, जबकि शंकर अकेला घर में था। उसने पड़ोस में रहने वाले परिवार की छह साल की बच्ची को दो रुपये का लालच दिखाकर अपने घर में बुला लिया। यहां उसने बच्ची से रेप किया। बच्ची ने घर जाकर अपनी मां को इस बारे में बताया। शाम को बच्ची के पिता के घर लौटने के बाद उन्हें जानकारी दी गई। उन्होंने पुलिस को खबर दी। बच्ची का मेडिकल चेकअप कराने के बाद ख्याला थाने में रेप केस दर्ज किया गया, लेकिन शंकर फरार मिला। पुलिस उसकी तलाश करती रही, लेकिन वह मिल नहीं रहा था। पुलिस ने उसकी तलाश में रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर टीम तैनात की हुई थी। बुधवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शंकर पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

इस प्रकार छह साल की मासूम बच्ची से रेप के केस में मुलजिम को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया।



Wednesday, September 29, 2010


रेखा ने लगाया बाल विवाह पर विराम


पुरुलिया ज़िले की 12 वर्षीय बीड़ी मजदूर रेखा कालिंदी ने शादी से इंकार कर अनेक लड़कियों को रास्ता दिखाया और बाल विवाह की प्रथा पर विराम लगाया.रेखा के मां-बाप ने उसकी शादी तय कर दी थी, लेकिन उसने यह कहते हुए शादी से इंकार कर दिया कि वह अभी आगे पढ़ना चाहती है.

रेखा की इस दिलेरी की ख़बर मिलने के बाद राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने उससे मिलने की इच्छा जताई है. राष्ट्रपति भवन ने कोलकाता स्थित राज्यपाल सचिवालय से रेखा के बारे में और जानकारी मंगाई है.

पश्चिम बंगाल के सबसे पिछड़े ज़िलों में शुमार पुरुलिया के बीड़ी मजदूरों में बाल विवाह आम है. राज्य की वाममोर्चा सरकार लगातार कोशिशों के बावजूद इस पर अंकुश लगाने में नाक़ाम रही है. लेकिन रेखा की बगावत के बाद इलाके में ऐसे विवाह थम गए हैं. पुरुलिया के सहायक श्रम आयुक्त प्रसेनजीत कुंडू कहते हैं, "रेखा की बगावत के बाद उसके गांव में एक भी बाल विवाह नहीं हुआ है."

जिले के झालदा-2 ब्लाक के बड़ारोला गांव के एक कमरे वाले अपने कच्चे मकान में रहने वाली रेखा के घर न तो बिजली है और न ही पीने के पानी की कोई व्यवस्था. उसने अपने जीवन में कोई फ़िल्म तक नहीं देखी है.

मेरी बड़ी बहन की शादी 12 साल की उम्र में ही हो गई थी. अब वह 15 साल की है. उसे चार बच्चे हुए, लेकिन सब मरे हुए. उसके पहले पति ने उसे छोड़ दिया है. वह अपने दूसरे पति के साथ रहती है

कालिंदी जनजातियों में कम उम्र में ही शादियां हो जाती हैं. रेखा बताती है, "मेरी बड़ी बहन की शादी 12 साल की उम्र में ही हो गई थी. अब वह 15 साल की है. उसे चार बच्चे हुए, लेकिन सब मरे हुए. उसके पहले पति ने उसे छोड़ दिया है. वह अपने दूसरे पति के साथ रहती है."

रेखा कहती है, "बड़ी बहन के साथ ऐसा होने के बावजूद मेरे माता-पिता मेरी शादी 12 साल की उम्र में करना चाहते थे लेकिन मैंने मना कर दिया. मैं आगे पढ़ना चाहती हूं."इससे नाराज पिता ने रेखा का खाना-पीना रोक दिया लेकिन बेटी की ज़िद के आगे बाद में उन्हें मानना ही पड़ा.

रेखा की सहेलियों और स्कूल के शिक्षकों ने भी उसके पिता जगदीश कालिंदी को मनाने में उसकी सहायता की. अब रेखा अपने और आसपास के गांव में एक मिसाल बन गई है. गरीबी के चलते पुरुलिया के ज्यादातर गांवों में लोग अपने छोटे बच्चों को बीड़ी बनाने के काम में लगा देते हैं

उसकी राह पर चलते हुए अब तक क़रीब एक दर्जन लड़कियां कम उम्र में शादी से इंकार कर चुकी हैं.सहायक श्रम आयुक्त प्रसेनजीत कुंडू बताते हैं, "ग़रीब परिवारों की रुखसाना ख़ातून, सकीना ख़ातून, अफसाना ख़ातून और सुमिता महतो जैसी कई लड़कियों ने शादी से इंकार कर दिया है. उन सबकी उम्र 11 से 13 साल के बीच थी."

गरीबी के चलते पुरुलिया के ज्यादातर गांवों में लोग अपने छोटे बच्चों को बीड़ी बनाने के काम में लगा देते हैं. फलस्वरूप वे ज्यादा पढ़-लिख नहीं पाते. यही वजह है कि पुरुलिया में महिला साक्षरता दर देश में सबसे कम है. ऐसे में रेखा ने जो मिसाल क़ायम की है उससे इलाके में बदलाव का एक नया अध्याय शुरू हो गया है.


कैसा मौसम


जाने ये कौन सा मौसम है

न सर्दियों की धुप है

न दिन यहाँ पर कम है

न ठण्ड का कोई भी रूप है


न मिट्टी की खुशबु है

न भीगे यौवन में हलचल

न बादलों में गुफ्तगू है हलचल

न चाय पकौरी का ही कोई पल


धुप भी चिलचिलाती नहीं

न चांदनी का कोई आलम

न झरनों की आरज़ू कहीं

न ये छुट्टियों का मौसम


सरसों भी नहीं दीखते हैं

पतंग अस्मा में अब तक ना नाचा है

नए पत्ते भी कहीं ना उगते हैं

न मुस्कराता कोई भी रास्ता है


जाने ये कौन सा मौसम है

तुम पास होकर भी इतने दूर हो

हर बात शुरू होने से पहले ख़त्म है

काम हो न हो, मसरूफ हो…



Tuesday, September 28, 2010


सच्चाई


शहर की इस दौड़ में दौड़ के करना क्या है?

जब यही जीना है दोस्तों तो फ़िर मरना क्या है?

पहली बारिश में ट्रेन लेट होने की फ़िक्र हैभूल गये भीगते हुए टहलना क्या है?

सीरियल्स् के किर्दारों का सारा हाल है मालूमपर माँ का हाल पूछ्ने की फ़ुर्सत कहाँ है?

अब रेत पे नंगे पाँव टहलते क्यूं नहीं?108 हैं चैनल् फ़िर दिल बहलते क्यूं नहीं?

इन्टरनैट से दुनिया के तो टच में हैं,

लेकिन पडोस में कौन रहता है जानते तक नहीं.

मोबाइल, लैन्डलाइन सब की भरमार है,लेकिन जिग्ररी दोस्त तक पहुँचे ऐसे तार कहाँ हैं?

कब डूबते हुए सुरज को देखा त, याद है?

कब जाना था शाम का गुज़रना क्या है?

तो दोस्तों शहर की इस दौड़ में दौड़् के करना क्या हैजब् यही जीना है तो फ़िर मरना क्या है?
वाह रे बेरोजगारी…

http://www.marketmixup.com/wp-content/uploads/2009/11/unemployment.jpg

नदी में डुबते हुए आदमी ने पुल पर चलते हुए आदमी कोआवाज़ लगायी "बचाओ… बचाओ…"पुल पर चलते हुए आदमी ने रस्सी फेकी और कहा "आओ…"नदी में डुबता आदमी रस्सी नही पकड पा रहा थारह रह कर चिल्ला रहा था"मै मरना नही चाहता… ज़िन्दगी बडी महंगी है…कल ही तो मेरी एक MNC मे नौकरी लगी है…"इतना सुनते ही बचाने वाले आदमी ने रस्सी खींच लीऔर भागते हुए MNC कम्पनी पहुचाउसने वहां की HR Manager को कहा" अभी अभी आपकी कम्पनी का एक आदमी डुबकर मर गया हैऔर एक जगह खाली कर गया है… मै बेरोज़गार हु, मुझे ले लो"HR Manager बोली"दोस्त्… तुमने कुछ देर कर दी…हमने पहले ही उस आदमी को नौकरी दे दी हैजो उसे धक्का दे कर तुमसे पहले यहां आया

नीतीश कुमार, इन्द्रपुरी पटनाMob.-9534711912, 9308278467

Sunday, September 26, 2010


खूबसूरत


खूबसूरत है वो लब जिन पर दूसरों के लिए एक दुआ है

खूबसूरत है वो मुस्कान जो दूसरों की खुशी देख कर खिल जाए

खूबसूरत है वो दिल जो किसी के दुख मे शामिल हो जाए और किसी के प्यार के रंग मे रंग जाए

खूबसूरत है वो जज़बात जो दूसरो की भावनाओं को समझे

खूबसूरत है वो एहसास जिस मे प्यार की मिठास हो

खूबसूरत है वो बातें जिनमे शामिल हों दोस्ती और प्यार की किस्से कहानियाँ

खूबसूरत है वो आँखे जिनमे कितने खूबसूरत ख्वाब समा जाएँ

WO KAUN



Yaar jo bhi mila dil jala kar gaya
Khaak main meri hasthi mila kar gaya
Pyaas jiski sada mai bhujatha raha
Zahere-katil mujhe wo pila kar gaya
Naaz uski wafa per mujhe tha magar
Teer woh bhi jigar per chala kar gaya
Doondta tha kabhi jo mujhe her gali
Aankh wo aaj mujhse bacha kar gaya
Mangta tha sahara jo herdam mujhe
Besahara mujhe wo bana kar gaya
Neend aagosh main jiski aane lagi
Maut ki neend mujh ko sula kar gaya
Aarzoo thi “Yaaro” kisii ki mujhe,
Kwaab mere wahi to mita kar gaya

माँ की याद
बचपन की यादें वक्त के फंदे पर कभी झूलती नहीं
माँ की बातें और लोरियां मुझे कभी भूलती नहीं
तसवीरें देखता हूँ जो दीवारों पर कब से लटकी हैं
माँ संग बैठी है ये देख आँखें टपकी हैं
बेकार की बात नहीं मैं सच कह रहा हूँ
माँ की यादों के संग मैं बह रहा हूँ
माँ को गले लगाये हुए एक और तस्वीर हैं
माँ सब तसवीरें ही तो मेरी जागीर है
कभी नहीं खाली हो सकता खामोशी का संमंदर
मुझे विरासत में मिला था सुहाना सा मंजर
हाथ पकड़ा हुआ था माँ ने मेरा तब भी
हाथ पकड़ा हुआ है माँ ने मेरा अब भी
चार दीवारें हैं उस पर डाली हुयी छत है
माँ का ये कमरा उसका जीवन रुपी रथ है
सदा दी है दुआ, बेटा हमेशा आगे बढ़ना
माँ तुम्हें कभी रुलाया हो तो मुझे माफ़ करना।

Friday, May 28, 2010




20 TOP SEX TIPS FOR MEN


1. Men aren’t irresistible and not all women are desperate for sex. Good lovemaking starts long before you reach the bedroom, so before any date, have a bath. Everyone smells: some women like the smell of male sweat, others don’t, but no one likes the smell of stale sweat.



2. Teeth are as important as the groin and armpits. Don’t forget to brush them after your bath. When kissing a girl, or even sitting close to her, she won’t want to smell your bad breath or notice salad between your teeth any more than she’ll want to smell yesterday’s sweat.

3. Avoid a heavy meal before sex. Oysters and asparagus are assumed to be aphrodisiacs, but this is only because of visual or olfactory associations. Champagne is a better bet, but choose a less acidic one, lest exotic Kama Sutra-style acts cause indigestion.

4. Be careful with drink. We all know drinking increases a man’s desire but decreases his ability, but not everyone realises it also affects a woman’s sexual response. More than two or three drinks and some women may be loving but physiologically limited.

5. Any penile discharge or sore, however apparently trivial, means that sex is out. Chlamydia in the male may be almost symptom-free. It may show only as a mild inflammation of the end of the penis, so that the lips are stuck together in the morning.

6. Always use a condom with a new partner, even if she seems as innocent as a nun. Regular partners should still have chlamydia and blood tests.

7. Men fear judgment, whether by colleagues in the office, teammates in the changing room or, above all, by a new girlfriend. Penis size can worry some men. Remember that someone’s penis always looks smaller to the owner than to an onlooker. Women may prefer a medium-size but thick penis but, if a lover is attentive, even if offering a button rather than a baton, it won’t matter.

8. Don’t rush into sex and focus attention immediately on the genitalia. Take it slowly. Learn to massage. This can easily shade into great foreplay, especially if your partner is tired or stressed. Use plenty of lubrication.

9. Make certain that your partner knows how attractive you find her by paying as much attention to kissing her, complimenting her and generally spoiling her. Don’t neglect the breasts and other erogenous zones.

10. Both sexes have off days. Most men occasionally have poor or tardy erections and even fit, athletic, overenthusiastic men, as well as the inexperienced and anxious, may suffer premature ejaculation.



1. There’s no substitute for excitement. The range of lubricants on the market can add slip and slide, but should never be used as a short cut.

2. There’s more to sex than pushing the right button. Men have discovered that the key to female orgasm is clitoral stimulation, and many now rub the lamp rather than poking around inside it. The upside is that women are climaxing more often but the increase in emphasis on genital manipulation has made for some very mechanical sex. Going straight to the erogenous zones is the equivalent of fast forward. Men who focus on left breast, right breast, genitals, reduce their partner to a set of body parts.

3. Though clitoral orgasm is easy to achieve, most women want to experience penetrative orgasm. Intercourse is the ultimate connection between man and woman and the sensation of fullness that it creates is intensely pleasurable.

4. Women are slow burners. They take longer to become aroused and get as much pleasure, if not more, out of tenderness, kissing and cuddling. Though quickie sex has its place, for women on the whole, the longer sex takes, the better it feels. If arousal is allowed to build gradually, it floods the whole body rather than being confined to the genital area and a delayed orgasm is infinitely more powerful than an orgasm induced by five minutes of digital manipulation.

5. Sexual gymnastics are often distracting. Chopping and changing positions and techniques can make a woman’s sexual excitement plummet.

6. Thrusting for hours without climaxing doesn’t make you a stud muffin. It does make the vagina numb and sore.

7. Don’t assume your partner is comfortable in her own skin. A survey of 3,500 British women, by the bathroom equipment company SHUC, found that one woman in ten feels so embarrassed about her body that she turns the lights out before taking off her clothes. The average woman still spends a lot of time every day beating herself up about her weight and looks. Nakedness increases that vulnerability, so be sensitive to her insecurities and, if you think that your partner looks great, for God’s sake tell her.

8. Be polite. Never nudge your partner’s head towards your nether regions. During fellatio don’t thrust into your partner’s mouth, don’t hold the side of her head – and definitely warn her when you think you are going to come. With regard to orgasm, always operate a ladies-first policy.

9. Put a little X in your sex. Watching steamy movies with your partner will increase the chance that you will have sex.

10. Remember to take your socks off.


10 TIPS FOR ONLINE DATING

Every day thousands of people log on to online dating sites looking for romance or long-term commitment and love. In fact, online dating is becoming more popular as increasing numbers of men and women of all age groups seek an online connection. Use the following tips as a guide to online dating success.

1. BE HONEST

When placing an ad or replying to an ad make sure you tell the truth about yourself.

2. MAKE YOUR AD STAND OUT

Write an eye-catching headline. And add some humour if you can. (Beware: Don't be smutty as this will turn people off.)
Check out the competition. See what attracts you to other ads then use a similar style with your own.Be original Even if you like moonlit walks along the beach and candlelit dinners, restrain yourself from writing about it because you will sound just like everybody else.

3. USE A PICTURE

It's true that pictures are worth a thousand words. If you are placing an online dating ad, make sure you include a good quality photo. Also, make sure the photo reflects what you really look like otherwise a first meeting could end in disaster.

4. BE SPECIFICY

ou know your self really well. Make a list of your positive points and your interests then tell them about it in your online dating ad. Be realistic!

5. CONSIDER WHAT YOU WANT

Find out about your target market - what they like and don't like to read in ads then write yours accordingly.For example:If you are a man who wants a long-term commitment, don't list the physical assets you want in a woman, as the women who want long-term commitments will not respond to this.If you are a woman who wants a man who loves techno music, don't say you are a Mariah Carey fan.

6. BE POSITIVE

Nobody wants a sad sack

7. USE WELL-KNOWN DATING SITES

You want to make sure as many people as possible see your online dating ad.

8. ANSWER MESSAGES LIKE A CONVERSATION

If you are answering a message or sending another online dating ad, make sure you are not too formal. Structure your messages like a conversation. Be positive and friendly and don't say anything that could be misconstrued.

9. REMAIN ANONYMOUS

Do not give out your real email address, last name, phone number, address or workplace details.

10. CONSIDER SAFETY WHEN MEETING SOMEONE IN PERSON

Meet in a public place and bring friends.





DATING TIPS!!!!

Here are a few dating tips for men I have learned over the past few years that will help you get more women.

Try and use them when you're in the dating game.

HOT Dating Tip #1:

Try and get something out of every interaction you have with a woman. We can't win them all, but we sure as hell can learn from it. Dating is fun, and rejection should not be taken to heart.




Dating Tips

Dating Do's and Don'ts are all you need to know to have a good start in your relationship. Find out how ...










First Date Do's and Don'ts
NEVER Take your date to see a movie (especially a drive in) on the first date. You need the first date to do all of the 'getting-to-know-each-other' stuff.



Kissing Tips


An introduction to the seductive art of French Kissing.

1. Set the scene. Make sure that the mood and time are right.

2. Relax! Take a deep breath and let go of any tension in your neck and shoulders.

Monday, April 5, 2010

JEENA ISHI KA NAAM HAI

WO KAHATE HAI NA KI JISHE SAB SE JYADA PYAR KARO USHE KABHI MAT SATAO KYUKI AGAR WO RUTHTI HAI,,FIR BHI DIL AAPKA HI ROTA HAI..

FIR MAI AAJ KYA BATAU APNE BARE ME, MAI HAAR GAYA ..PAR JINDGI ABHI BAAKI HAI..AUR MERE HAUSHLE AAJ BHI JAWAN HAI..

WO MUJH SE PUCHTI HAI KI UNKA KYA GALTI HAI,,WO MERE KO PAHALE HI YE KAH GYE KI MERE LIFE ME KISI KE LIYE KOI GAJAH NAHI HAI.. PAR SHAYAD WO ITNA KAHANE ME KAFI DER KAR DI..

AUR MERI NAJRON SE DEKHE TO PYAR ME KUCH SAHI GALAT NAHI HOTA..

MAI IS KHEL KA NAYA PLAYER THA AUR MUJHE KOI RULES YA REGULATIONS NAHI MALUM THE,,

GALTI MERI HI THI...........

MAI YE BHOOL GAYA THA KI MUJHE PYAR KARNE SE PAHALE YE PUCH LENA CHAHIYE THA KI UNKI CASTE KYA HAI ,,,, AGAR WO MATCH BHI KAR JATI TO MUJHE APNI HEIGHT PATA KAR LENI CHAHIYE THI KI WO 7ft.. HAI YA NAHI..

AGAR CASTE PROBLRM THI TO US LADKE KA KYA JISKE LIYE WO MUSLIM HOTE HUE BHI SARI DUNIYA SE TAKRANE KA HAUSHLA RAKHTI THI..SHAYAD WO MUJHE US NAJAR SE KABHI DEKHI HI NAHI JIS NAJAR SE US MUSLIM KO DEKHI THI..

KYUKI EK MUSLIM KE SAATH TO CASTE PROBLEM NAHI THI FIR EK HINDU KE SAATH YE ITNA BADA ISSUE KAISHE BAN GYE...

FIR BHI WO PUCHTI HAI KI UNKI GALTI KYA THI???????

MAI TO CHAHATE HUE BHI APNE DIL KI JUBAN KO KHAMOSH RAKHE HUE THA...PAR ISHE AAWAJ TO UNHINE HI DI..

AGAR WO MUJH SE PYAR NAHI KARTI THI TO FIR KYA JARURAT THI MERI DOOST "RICHA" KO YE KAHANE KA KI WO NITISH SE PYAR KARTI HAI AUR USKE PAHALE PAHAL KARNE KA WAIT KAR RAHI HAI..

KYA JARURAT THI MUJHE YE SMS KARNE KI,,, KI "NITISH TUM MUJHE PAHALE BAAR SE HI ACCHE LAGTE HO,,,,TRUST ME"

MUJHE "I LOVE YOU " LIKHA MESSAGE KARNE KI KYA JARURAT THI...

IN SAB BATON SE MAI TO YAHI SAMJHA THA KI WHAI MERE LIFE KA HISSA HAI..

PAR MAI HAR WAQT HI GALAT THA.. GALTI TO MERI THI HI KI MAI APNE SE JYADA UNHE PYAR KARTA THA...

FIR MAI TO YE BHOOL HI GAYA THA KI I AM VERY CHILDISH AUR KOI KISI BACCHE KE SAATH APNI SARI UMAR BITANE KI KAISHE SOCH SAKTI HAI..

HONE KO TO MAI EK BACCHE KI BAAP KA BHI SUKH DE SAKTA THA PAR MAI HAR WAQT ISHE GALAT MANTA RAHA... AB PATA NAHI MERI KITNI GALTI..

WO KAHATI HAI KI HUM LOG ACCHE DOST TO RAHANGE,,, SAYAD SAHI KAHATI HAI,,,, SAYAD MAI USHE KABHI NA BHOOL PAU.. WO MERI PYAR NA SAHI PAR DOOST TO BAN KAR RAH HI SAKTI HAI

PAR PATA NAHI KYU DIL NAHI MANTA...... SHAYAD ISLIYE KYUKI

AKSHAR DOOSTI KE BAAD PYAR HO JATA HAI ,,

PAR PYAR KE BAAD KABHI DOOSTI NAHI HOTI..

KYUKI PYAR KE BAAD TO WO JINDGI BAN JATI HAI..

AUR MAI USHE APNI JINDGI HI MANTA THA...

LOG SACH HI KAHATE HAI KI

EK RISHTA KHATAM HONE SE,,SARI DUNIYA KHATAM NAHI HOTI..

LEKIN USHKA KYA??

JIS KI SARI DUNIYA EK RISHTE SE HI BANDHI HO....

PAR SHAYAD YE MERE LIFE KA EK HISSA THA AUR IS SE SIKH KAR HAME AAGE BADHNI CHAHIYE..

BECAUSE

UPS & DOWNS ARE THE PART OF LIFE...

AND WE HAVE TO FACE EVERYTHING TO GET SUCCESS..

NOW FOCUSING HARDLY OVER CAREER

& HOPING BETTER FOR THE FUTURE..

KYUKI KAHATE HAI NA KI " HAMARI LIFE BHI FILMO KI TRAH HOTI HAI JIS KE AANT TAK SAB THIK HO JATA HAI,,AGAR THIK NA HUA TO:-PICTURE ABHI BAKI HAI MERE DOOST,,PICTURE ABHI BAKI HAI...

EVERYBODY,,,BE HAPPY &

KEEP SMILING......

Friday, April 2, 2010


"DOOSTI"


हर नज़र को एक नज़र की तलाश है,

हर चहरे मे कुछ तोह एह्साह है,

आपसे दोस्ती हम यूं ही नही कर बैठे,

क्या करे हमारी पसंद ही कुछ "ख़ास" है. .


चिरागों से अगर अँधेरा दूर होता,

तोह चाँद की चाहत किसे होती.

कट सकती अगर अकेले जिन्दगी,

तो दोस्ती नाम की चीज़ ही न होती.


कभी किसी से जीकर ऐ जुदाई मत करना,

इस दोस्त से कभी रुसवाई मत करना,

जब दिल उब जाए हमसे तोह बता देना,

न बताकर बेवफाई मत करना.


दोस्ती सची हो तो वक्त रुक जता

हैअस्मा लाख ऊँचा हो मगर झुक जता

हैदोस्ती मे दुनिया लाख बने रुकावट,

अगर दोस्त सचा हो तो खुदा भी झुक जता है.


दोस्ती वो एहसास है जो मिटती नही.

दोस्ती पर्वत है वोह, जोह झुकता नही,

इसकी कीमत क्या है पूछो हमसे,

यह वो "अनमोल" मोटी है जो बिकता नही . . .


सची है दोस्ती आजमा के देखो..

करके यकीं मुझपर मेरे पास आके देखो,

बदलता नही कभी सोना अपना रंग ,

चाहे जितनी बार आग मे जला के देखो ..



PYAR


चले वो कदम-कदम जो साथ मेरे,

तो उसके साथ से प्यार हो जाए...

थामे जो प्यार से हाथ मेरा,

तो अपने हाथ से प्यार हो जाए...


जिस रात आए ख्वाबों में वो,

उस सुहानी रात से प्यार हो जाए...

जिस बात में आए जिक्र उसका,

तो उसी बात से प्यार हो जाए...


जब पुकारे प्यार से मेरा नाम,

तो अपने ही नाम से प्यार हो जाए...

जो प्यार के रिश्ते हम बनाते हैं,

उसे लोगों से क्यों छुपाते हैं ?


अगर होता है गुनाहकिसी को प्यार करना,

तो बचपन से सब प्यार करना क्यों सिखाते हैं ?

Doori.....


Bin tere ye zindhi adhuri thi,

Tere sath na hona meri majburi thi,

Ho kar bhi pass tu dur thi mujhe se,

Jaane ye kaise duri thi,


Aana chati thi pass mere,

Par jane kyo itna darti thi,

Dur se dekh mujhe who ,

Dhire se sajada karti thi,


Mohabbat mein who bhi meri,

pal-pal aahe bharti thi,

Chip-chip kar who mujhese ,

Milne ki koshis karti thi........

Thursday, April 1, 2010


KHUSHI


दिल की गहराई नहीं,दिल की आवाज़ है ख़ुशी,

जिन्दगी का रास्ता नहीं जिन्दगी जीने की राज़ है ख़ुशी.

सपनों में आती है दिल को धरकाती है,

जाने कौन दिल की मुमताज़ है ख़ुशी..


हर धरकन में बसी,धर्म की कुरान है ख़ुशी,

जिन्दगी के हर कदम को जीने की सामान है ख़ुशी.

एक बार मांग ले तो जिन्दगी निशार है उस पर,

क्योकि मेरे लिए तो दिल,धरकन और जान है ख़ुशी..


ये खुदा सपने दिखता है तो भेज दे जिन्दगी में,

तू क्या जाने मेरे रूह्ह की हर स्वाश है ख़ुशी.

दर्द बस इतना है की पता नहीं कौन है वो?

पर दिल कहता है की जिन्दगी की सबसे बरी अह्शाश है ख़ुशी..


KHUSHI mere liye koi shabd nahi jo bayan kar du..

Wo to bas mere JINDGI KA EK SAPNA HAI,.

JIS TAK PAHUCHNE KA RASHTA MAI HAR

KADAM DHUNDTA HOON.. PAR WO KABHI MUJHE MILI NAHI...


DARD IS BAAT KA NAHI KI MAI KABHI APNI

KHUSHI KO DHUNDH NAHI PAYA, PAR DUKH

IS BAAT PAR HOTI HAI KI WO BHI ISHE SAMAJHNE

YA JANANE KI KOSHISH NAHI KI JISHE MAI IS NAAM SE PUKARTA RAHA..


MERE LIYE YE SHABD EK KALPANA HAI,

KHAWAB HAI, AGAR SAAF LAFZON ME KAHE

TO "KHUSHI" MERE JINDGI KA SAB SE HASHIN EHSHASH HAI..


BACHPAN SE MERE SAPNE ME EK CHEHRA

AATA THA. JISKA FACE MUJHE KABHI SAAF

SE NAHI DIKHTA....... PAR MAI USHE HAMESHA

"KHUSHI" NAAM SE BULATA THA..,,..

USHKE BAAD JO INSAAN MUJHE SAB SE ACCHA LAGA

MAI USHE HI APNA KHUSHI MANANE LAGA....


PAR SHAYAD WO KABHI IS SHABD KI GAHRAI

KO SAMAJH HI NAHI PYEE.. PAR MUJHE BURA

NAHI LAGA KYUKI SAPNA TO MAINE DEKHA THA USNE NAHI..

AUR FIR EK INSAAN KISI OR KO NAHI SAMAJH

PATA JO HARWAQT USHKE KARIB RAHATA HAI,

FIR KISI AUR KI SAPNON KO KOI KAISHE SAMAJH SAKTA HAI..


PAR DIL AAJ BHI KAHATA HAI KI AGAR JINDGI

ME KUCH BURA HOTA HAI TO YE SAMAJH LENA

CHAHIYE KI AAGE KUCH ACCHA HONE WALA HAI..

KOI TO CHEHRA HAI JISHKA MERI JINDGI SE ATTUT SAMPARK HAI..

AGAR AAJ WO CHEHRA MERA SAPNA HAI,

TO KAL KO APNA HO SAKTA HAI.....


KHUDA SE BAS ITNI SI BANDAGI HAI KI ::::::::-------

YA KHUDA WO JO BHI HO USHE MERI JINDGI ME BHEJ DO..

MUJHE US CHEHRE KA HAR PAL INTIZAAR HAI,

JO MUJHE KHUD SE JYADA SAMJHE,

MERE HAR SAPNE KO APNA EHSHASH SAMJHE,,

JO MERI DHARKAN KO APNA JAAN AUR MERI

PARCHAII KO APNA ASHQ SAMJHE........

Sunday, March 28, 2010

HOWS LOVE


WHAT'S LOVE



Love is beautiful, unpretentious,

Love is pleasing, a soft delight,

My prayer for you is to soon meet,

Love with a gentle kiss to light.

A warming fireplace speaks love aglow,

A flame kindles the heart inside,

To spark love and ignite even more,

And love beautiful will abide.

Love is beautiful, endures all things,

Love is a flower unfailing,

My prayer for you is a sweet rose,

When God’s one for you’s unveiling.

To receive and live love that ne’er fails,

Comes from God above and is rare,

For He has decorated two hearts,

Graced both to e’er be in His care.

Love is beautiful, as euphonies,

A sweet piano plays of love,

Treasures tasted in hearts remembered,

Are e’er set out by God above.

For God’s love for two is ne’er unkind,

Remembering ‘close to you’ first,

Is a cherished flower of beauty,

Sweetly refreshed, for love’s athirst.

Love is beautiful, love lives in hearts,

Wherever God takes you in life,

Love is always to be shared as one,

As He gives a husband and wife.

My prayer for you is love always,

As two ’special friends’ have and live,

How love is beautiful so precious,

To them, and for you God will give.

Saturday, February 6, 2010




WHO IS SHE?????




She is every Writer's Dream.


She is every Poet's Melody.


She is every Hero's Love.


She is every Musician's Soul.


She is every Artist's Imagination.


She is every Singer's Voice.


She is every Parents' Desire.


She is every Father's Darling.


She is every Mother's Baby.


She is every Brother's Sweetoo.


She is every Sister's Admiration.


She is every Infants Cuteness.


She is every Man's Sweetheart.


She is every Woman's Rolemodel.


She is every Prince's Princess.


She is every King's Queen.


She is every Person's Friend.


She is every Heart's Beat.


She is every Eye's Search.


She is every Kingdom's Princess.


She is every Galaxy's Queen.


She is every Flower's Fragrence.


She is every Mind's Brilliance.


She is every Night's Dream.


She is every Star's Shine....




SHE IS ONLY ONE


NOT OTHER THAN


ONE & ONLY ONE


MY LOVE "KHUSHI"